YouTube आज के समय में सबसे लोकप्रिय वीडियो प्लेटफॉर्म में से एक है। चाहे आप एक कंटेंट क्रिएटर हों या एक व्यूअर, YouTube पर आपको हर तरह का कंटेंट मिल जाएगा। लेकिन हाल ही में YouTube ने एक नया फीचर लॉन्च किया है जिसे YouTube Shorts कहा जाता है। यह फीचर TikTok और Instagram Reels जैसे शॉर्ट-फॉर्म वीडियो प्लेटफॉर्म से प्रेरित है।
लेकिन सवाल यह है कि YouTube Shorts vs Regular Videos में कौन सा बेहतर है? क्या आपको अपने कंटेंट के लिए Shorts का इस्तेमाल करना चाहिए या Regular Videos ही बेहतर विकल्प हैं? इस ब्लॉग में हम इन सभी सवालों के जवाब देंगे और समझेंगे कि कौन सा फॉर्मेट आपके लिए सही है।
YouTube Shorts क्या हैं?
YouTube Shorts, YouTube का एक नया फीचर है जो शॉर्ट-फॉर्म वीडियो कंटेंट को बढ़ावा देता है। ये वीडियो 60 सेकंड या उससे कम समय के होते हैं और इन्हें मोबाइल फोन पर वर्टिकल (ऊर्ध्वाधर) फॉर्मेट में बनाया जाता है। Shorts का मुख्य उद्देश्य तेजी से बढ़ते शॉर्ट-फॉर्म वीडियो ट्रेंड को कैप्चर करना है।
YouTube Shorts की विशेषताएं:
60 सेकंड से कम की अवधि: Shorts वीडियो की अवधि 60 सेकंड या उससे कम होती है।
वर्टिकल फॉर्मेट: ये वीडियो मोबाइल फोन के लिए ऑप्टिमाइज्ड होते हैं और वर्टिकल फॉर्मेट में होते हैं।
क्रिएटिव टूल्स: YouTube Shorts में म्यूजिक, टेक्स्ट, और फिल्टर जैसे क्रिएटिव टूल्स दिए जाते हैं।
शॉर्ट्स सेक्शन: YouTube ऐप में एक अलग सेक्शन होता है जहां Shorts वीडियो दिखाए जाते हैं।
Regular YouTube Videos क्या हैं?
Regular YouTube Videos वे वीडियो हैं जिन्हें हम सालों से देखते आ रहे हैं। ये वीडियो किसी भी लंबाई के हो सकते हैं और इन्हें हॉरिजॉन्टल (क्षैतिज) फॉर्मेट में बनाया जाता है। Regular Videos में आप लंबे फॉर्मेट के कंटेंट, ट्यूटोरियल्स, व्लॉग्स, रिव्यूज, और बहुत कुछ शामिल कर सकते हैं।
Regular Videos की विशेषताएं:
लंबी अवधि: Regular Videos की अवधि कुछ मिनट से लेकर कई घंटों तक हो सकती है।
हॉरिजॉन्टल फॉर्मेट: ये वीडियो डेस्कटॉप और मोबाइल दोनों के लिए ऑप्टिमाइज्ड होते हैं।
एडवांस एडिटिंग: Regular Videos के लिए आप प्रोफेशनल एडिटिंग टूल्स का इस्तेमाल कर सकते हैं।
मोनेटाइजेशन: Regular Videos के जरिए आप YouTube से पैसे कमा सकते हैं।
YouTube Shorts vs Regular Videos: मुख्य अंतर
अब जब हमने YouTube Shorts और Regular Videos के बारे में बुनियादी जानकारी हासिल कर ली है, तो आइए इन दोनों के बीच के मुख्य अंतर को समझते हैं।
वीडियो की अवधि
YouTube Shorts: 60 सेकंड या उससे कम।
Regular Videos: कुछ मिनट से लेकर कई घंटों तक।
फॉर्मेट
YouTube Shorts: वर्टिकल (ऊर्ध्वाधर) फॉर्मेट।
Regular Videos: हॉरिजॉन्टल (क्षैतिज) फॉर्मेट।
कंटेंट का प्रकार
YouTube Shorts: शॉर्ट-फॉर्म, क्विक एंटरटेनमेंट, ट्रेंडिंग कंटेंट।
Regular Videos: लॉन्ग-फॉर्म, एजुकेशनल, ट्यूटोरियल्स, व्लॉग्स।
एडिटिंग
YouTube Shorts: बेसिक एडिटिंग टूल्स।
Regular Videos: एडवांस एडिटिंग टूल्स।
मोनेटाइजेशन
YouTube Shorts: अभी तक मोनेटाइजेशन के लिए सीमित विकल्प।
Regular Videos: पूरी तरह से मोनेटाइजेशन के लिए उपलब्ध।
YouTube Shorts के फायदे
तेजी से वायरल होने की संभावना
YouTube Shorts का सबसे बड़ा फायदा यह है कि इन वीडियो के वायरल होने की संभावना ज्यादा होती है। चूंकि ये वीडियो छोटे और आकर्षक होते हैं, इसलिए यूजर्स इन्हें जल्दी से देख लेते हैं और शेयर करते हैं।
कम समय में ज्यादा रीच
Shorts के जरिए आप कम समय में ज्यादा लोगों तक पहुंच सकते हैं। YouTube Shorts को एक अलग सेक्शन में दिखाया जाता है, जिससे आपके वीडियो को ज्यादा व्यूज मिलने की संभावना बढ़ जाती है।
आसान कंटेंट क्रिएशन
Shorts बनाना Regular Videos की तुलना में आसान है। आपको ज्यादा एडिटिंग या प्रोफेशनल टूल्स की जरूरत नहीं होती है। बस अपने मोबाइल फोन से एक शॉर्ट वीडियो बनाएं और अपलोड करें।
Regular Videos के फायदे
लंबे समय तक चलने वाला कंटेंट
Regular Videos का सबसे बड़ा फायदा यह है कि ये लंबे समय तक चलने वाला कंटेंट होता है। एक अच्छा Regular Video सालों तक व्यूज जेनरेट कर सकता है।
बेहतर मोनेटाइजेशन
Regular Videos के जरिए आप YouTube से अच्छी कमाई कर सकते हैं। YouTube पर मोनेटाइजेशन के लिए Regular Videos ही सबसे अच्छा विकल्प है।
एडवांस एडिटिंग और क्रिएटिविटी
Regular Videos में आप एडवांस एडिटिंग टूल्स का इस्तेमाल कर सकते हैं और अपने कंटेंट को और भी प्रोफेशनल बना सकते हैं।
YouTube Shorts vs Regular Videos: कौन सा चुनें?
अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि आपको अपने कंटेंट के लिए क्या चुनना चाहिए? YouTube Shorts या Regular Videos? इसका जवाब आपके कंटेंट और आपके लक्ष्य पर निर्भर करता है।
अगर आपका लक्ष्य तेजी से फैलना है
अगर आपका लक्ष्य तेजी से लोगों तक पहुंचना और अपने चैनल को बढ़ाना है, तो YouTube Shorts एक बेहतर विकल्प हो सकता है। Shorts के जरिए आप कम समय में ज्यादा लोगों तक पहुंच सकते हैं।
अगर आपका लक्ष्य लंबे समय तक चलने वाला कंटेंट बनाना है
अगर आप लंबे समय तक चलने वाला कंटेंट बनाना चाहते हैं और YouTube से पैसे कमाना चाहते हैं, तो Regular Videos आपके लिए बेहतर होंगे।
अगर आप दोनों को मिलाकर चलना चाहते हैं
क्यों न दोनों को मिलाकर चला जाए? आप अपने चैनल पर Regular Videos के साथ-साथ YouTube Shorts भी अपलोड कर सकते हैं। इससे आप दोनों तरह के ऑडियंस तक पहुंच सकते हैं।
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निष्कर्ष
YouTube Shorts vs Regular Videos के बीच चुनाव करना आपके कंटेंट और लक्ष्य पर निर्भर करता है। अगर आप तेजी से लोगों तक पहुंचना चाहते हैं और शॉर्ट-फॉर्म कंटेंट बनाना चाहते हैं, तो YouTube Shorts एक बेहतर विकल्प है। वहीं, अगर आप लंबे समय तक चलने वाला कंटेंट बनाना चाहते हैं और YouTube से पैसे कमाना चाहते हैं, तो Regular Videos आपके लिए बेहतर होंगे।
दोनों के अपने-अपने फायदे हैं और आप अपने चैनल के लिए दोनों का इस्तेमाल कर सकते हैं। सबसे जरूरी बात यह है कि आप अपने ऑडियंस की जरूरतों को समझें और उसी के हिसाब से कंटेंट बनाएं।
तो, आप किसे चुनेंगे? YouTube Shorts या Regular Videos? कमेंट में बताएं!